Friday 20 June 2014

शंकर मेरा प्यारा, शंकर मेरा प्यारा ।

शंकर मेरा प्यारा, शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे, शिव शंकर
की मूरत ला दे,
मूरत ऐसी जिस के सर से निकले गंगा धरा ॥
माँ री माँ वो डमरू वाला, तन पे पहने मृग
की छाला ।
रात मेरे सपनो में आया, आ के मुझ को गले
लगाया ।
गले लगा कर मुझ से बोला, मैं हूँ
तेरा रखवाला ॥
माँ री माँ वो मेरा स्वामी, मैं उस के पट
की अनुगामी ।
वो मेरा है तारण हारा, उस से मेरा जग
उजारा ।
है प्रभु मेरा अन्तर्यामी, सब का है
वो रखवाला ॥

||ऊँ नमः शिवाय||

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